कृष्णा सोबती का जीवन परिचय | Krishna Sobti Ka Jivan Parichay In Hindi,दो रचनाएँ, भाषा-शैली, साहित्य में स्थान|
नमस्कार प्यारे दोस्तों में हूँ बिनय साहू, आपका हमारे एमपी बोर्ड ब्लॉग पर एक बार फिर से स्वागत करता हूँ । आज के इस आर्टिकल में हम कृष्णा सोबती जी का जीवन परिचय पढ़ने जा रहें है। कृष्णा सोबती की प्रमुख रचनाएँ, साहित्यिक विशेषताएं और भाषा शैली को भी पढ़ सकते है। इसी प्रकार के अन्य जीवन परिचय पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट को विजिट करते रहें।
1 | बोर्ड (BOARD) | एमपी बोर्ड (MP BOARD) |
2 | पाठयपुस्तक (SYLLBUS) | एनसीईआरटी (NCERT) |
3 | कक्षा (CLASS) | कक्षा 11वीं (CLASS 11TH) |
4 | विषय (SUBKECT) | हिंदी (HINDI) |
5 | खंड (SECTION) | गद्य खंड (PROSE SECTION) |
6 | अध्याय (CHAPTER) | अध्याय 2 (CHAPTER 2) |
7 | अध्याय का नाम (CHAPTER NAME) | मियाँ नसीरुद्दीन (MIAN NASEERUDDIN ) |
8 | लेखक का नाम (AUTHOR NAME ) | कृष्णा सोबती (KRISHNA SOBTI) |
9 | अभ्यास पुस्तिका (EXERCISE BOOK) | पाठ्यपुस्तक एवं अतिरिक्त (TEXTBOOK AND EXTRA) |
10 | वर्ग (SOCIAL CLASS) | एनसीईआरटी समाधान (NCERT SOLUTIONS) |
NOTES ;-
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कृष्णा सोबती का जीवन परिचय Krishna Sobti Ka Jivan Parichay-
हिंदी कथा साहित्य में कृष्णा सावती की विशिष्ट पहचान है। वे मानती हैं कि कम लिखना विशिष्ट लिखना है। यही कारण है कि उनके संयमित लेखन और साफ़-सुथरी रचनात्मकता ने अपना एक नित नया पाठक वर्ग बनाया है। उनके कई उपन्यासों, लंबी कहानियों और संस्मरणों ने हिंदी के साहित्यिक संसार में अपनी दीर्घजीवी उपस्थिति सुनिश्चित की है। उन्होंने हिंदी साहित्य को कई ऐसे यादगार चरित्र दिए हैं, जिन्हें अमर कहा जा सकता है; जैसे- मित्रा, शाहनी, हशमत आदि।
भारत पाकिस्तान पर जिन लेखकों ने हिंदी में कालजयी रचनाएँ लिखी उनमें कृष्णा सोबती का नाम पहली कतार में रखा जाएगा। बल्कि यह कहना उचित होगा कि यशपाल के झूठा सच, राही मासूम रजा के आधा गाँव और भीष्म साहनी के तमस के साथ-साथ कृष्णा सोबती का जिंदगीनामा इस प्रसंग में एक विशिष्ट उपलब्धि है।
संस्मरण के क्षेत्र में हम-हशमत शीर्षक से उनकी कृति का विशिष्ट स्थान है, जिसमें अपने ही एक दूसरे व्यक्तित्व के रूप में उन्होंने हशमत नामक चरित्र का सृजन कर एक अद्भुत प्रयोग का उदाहरण प्रस्तुत किया है। कृष्णा जी के भाषिक प्रयोग में भी विविधता है। उन्होंने हिंदी की कथा-भाषा को एक विलक्षण ताजगी दी है। संस्कृतनिष्ठ तत्समता, उर्दू का बाँकपन, पंजाबी की जिंदादिली, ये सब एक साथ उनकी रचनाओं में मौजूद हैं।
मियाँ नसीरुद्दीन शब्दचित्र हम-हशमत नामक संग्रह से लिया गया है। इसमें खानदानी नानबाई मियाँ नसीरुद्दीन के व्यक्तित्व, रुचियाँ और स्वभाव का शब्दचित्र खींचा गया है। मियाँ नसीरुद्दीन अपने मसीहाई अंदाज़ से रोटी पकाने की कला और उसमें अपने खानदानी महारत को बताते हैं। वे ऐसे इनसान का भी प्रतिनिधित्व करते हैं जो अपने पेशे को कला का दर्जा देते हैं और करके सीखने को असली हुनर मानते हैं।
इन्हें भी पड़े – सूरदास जी का जीवन परिचय |
Krishna Sobti Ka Jivan Parichay In Hindi and English –
लेखिका का नाम ?
Name of the author ? |
लेखिका का नाम कृष्णा सोबती है |
The name of the writer is Krishna Sobti. |
कृष्णा सोबती की जन्म कब हुआ था ?
When was Krishna Sobti born? |
कृष्णा सोबती की जन्म 18 जनवरी 1925 को हुआ था |
Krishna Sobti was born on 18 January 1925. |
कृष्णा सोबती का जन्म स्थान कहाँ पर हैं ?
Where is the birth place of Krishna Sobti? |
कृष्णा सोबती का जन्म स्थान गुजरात (पश्चिमी वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था |
Krishna Sobti was born in Gujarat (western present Pakistan). |
कृष्णा सोबती की माता जी का नाम क्या था ?
What was the name of Krishna Sobti’s mother? |
कृष्णा सोबती की माता जी का नाम श्रीमती दुर्गा देवी था |
Krishna Sobti’s mother’s name was Mrs. Durga Devi. |
कृष्णा सोबती के पिता जी का नाम क्या था ?
What was the name of Krishna Sobti’s father? |
कृष्णा सोबती के पिता जी का नाम श्री दीवान पृथ्वीराज सोबती था|
Krishna Sobti’s father’s name was Shri Dewan Prithviraj Sobti. |
कृष्णा सोबती के भाई का नाम क्या था ?
What was the name of Krishna Sobti’s brother? |
कृष्णा सोबती के भाई का नाम जगदीश सोबती था |
Krishna Sobti’s brother’s name was Jagdish Sobti. |
कृष्णा सोबती के पति का नाम क्या था ?
What was the name of Krishna Sobti’s husband? |
कृष्णा सोबती के पति का नाम शिवनाथ था |
Krishna Sobti’s husband’s name was Shivnath. |
कृष्णा सोबती की मृत्यु कब हुई थी ?
When did Krishna Sobti die? |
कृष्णा सोबती की मृत्यु 25 जनवरी 2019 को हुई थी और वह उस समय 94 वर्ष की उम्र की थी |
Krishna Sobti died on 25 January 2019 and she was 94 years old at that time. |
कृष्णा सोबती की जीवनकाल कितने वर्ष का था ?
How many years was the life span of Krishna Sobti? |
कृष्णा सोबती की जीवनकाल 94 वर्ष का रहा है |
Krishna Sobti’s life span was 94 years. |
कृष्णा सोबती का प्रसिद्ध उपन्यास कौनसा था ?
Which was the famous novel of Krishna Sobti? |
कृष्णा सोबती के प्रसिद्ध उपन्यास जिंदगीनामा, सूरजमुखी अँधेरे के, दिलोंदानिश इत्यादि है |
Krishna Sobti’s famous novels are Zindangama, Surajmukhi Andhere Ke, Dilondanish etc. |
कृष्णा सोबती की प्रसिद्ध कहानी संग्रह कौनसा है ?
Which is the famous story collection of Krishna Sobti? |
कृष्णा सोबती की प्रसिद्ध कहानी संग्रह डार से बिछुड़ी, मित्रो मरजानी, यारों के यार है |
Krishna Sobti’s famous story collections are Dar Se Bichuri, Mitro Marjaani, Yaaron Ke Yaar. |
कृष्णा सोबती को कौन कौन से सम्मान मिले है |Which honors did Krishna Sobtireceive is.? |
कृष्णा सोबती को साहित्य अकादमी पुरस्कार (1980),शिरोमणी पुरस्कार (1981),हिन्दी अकादमी पुरस्कार (1982),शलाका पुरस्कार (2000-01),ज्ञानपीठ पुरस्कार (2017) तक आदि सम्मान मिले है |
Krishna Sobti received Sahitya Akademi Award (1980), Shiromani Award (1981), Hindi Academy Award (1982), Shalaka Award (2000-01),He has received other honors up to Gyanpith Award (2017). |
कृष्णा सोबती का जीवन परिचय | Krishna Sobti Ka Jivan Parichay
कृष्णा सोबती जी का जन्म 18 जनवरी 1925 को गुजरात (पश्चिमी वर्तमान में पाकिस्तान) में हुआ था |कृष्णा सोबती की माता जी का नाम श्रीमती दुर्गा देवी है एवं उनके पिता जी का नाम श्री दीवान पृथ्वीराज सोबती है | कृष्णा सोबती के भाई का नाम जगदीश सोबती है | कृष्णा सोबती की जीवनकाल 94 वर्ष है, 25 जनवरी 2019 को कृष्णा सोबती की मृत्यु हो गयी
कृष्णा सोबती का साहित्यिक परिचय- दो रचनाएँ, भाषा-शैली, साहित्य में स्थान / Krishna Sobti ka Sahityik Parichay- Do Rachnaye, Bhasha-Shaili, Sahitya Me Sthan
- कृष्णा सोबती जी कि दो रचनाएँ – जिंदगीनामा, सूरजमुखी अँधेरे के, दिलोंदानिश इत्यादि |
- कृष्णा सोबती जी कि भाषा- कृष्णा सोबती जी की भाषा शैली बहुत ही सरल,सहज और व्यवहारिक है | वे प्राय: पात्रानुकूल ,प्रसंगानुकूल और आनन्दानुकूल भाषा का प्रयोग किया है। प्रस्तुत संस्मरण ‘मियाँनसीरुद्दीन’ में कृष्णा सोबती जी ने उर्दू मिश्रित भाषा का प्रयोग किया है। उन्होंने अपनी रचनाओं में अद्भुत भाषा का प्रयोग किया है
- कृष्णा सोबती जी कि शैली- कृष्णा सोबती जी की शैली बहुत ही सरल,सहज और व्यवहारिक है | उन्होंने अपनी रचनाओं में आत्मकथात्मक शैली, वर्णात्मक शैली,रचनात्मकता, भावात्मक आदि शैलियों का प्रयोग किया गया हैं | उन्होंने अपनी रचनाओं में अद्भुत शैलियों का प्रयोग किया है
- कृष्णा सोबती जी का साहित्य में स्थान – कृष्णा सोबती जी हिंदी कथा साहित्य में विशिष्ट पहचान है। वे मानती हैं कि कम लिखना विशिष्ट लिखना है | कृष्णा सोबती जी ने हिंदी साहित्य अग्रिम स्थान बनाया है | कृष्णा सोबती जी को हिंदी साहित्य हमेशा स्मरण किया जायेगा
कृष्णा सोबती का साहित्यिक परिचय / Krishna Sobti ka Sahityik Parichay
यहां पर कृष्णा सोबती जी का जीवन परिचय संपूर्ण साहित्यक परिचय के बारे में भी बताया है। जिन्हें आप नीचे दिए गए तालिका में देख सकते हैं:-
कृष्णा सोबती जी का कहानी संग्रह / Krishna Sobti ka Kahani Sangrah
संग्रह | संग्रह का नाम |
कहानी संग्रह | बादलों के घेरे |
आख्यायिका/उपन्यासिका | सिक्का बदल गया |
आख्यायिका/उपन्यासिका | डार से बिछुड़ी |
आख्यायिका/उपन्यासिका | मित्रो मरजानी |
आख्यायिका/उपन्यासिका | यारों के यार |
आख्यायिका/उपन्यासिका | तिन पहाड़ |
आख्यायिका/उपन्यासिका | ऐ लड़की |
आख्यायिका/उपन्यासिका | जैनी मेहरबान सिंह |
कृष्णा सोबती जी का उपन्यास संग्रह / Krishna Sobti ka Upanyas Sangrah
संग्रह | संग्रह का नाम |
उपन्यास | सूरजमुखी अँधेरे के |
उपन्यास | ज़िन्दगी़नामा |
उपन्यास | दिलोदानिश |
उपन्यास | समय सरगम |
उपन्यास | गुजरात पाकिस्तान से गुजरात हिंदुस्तान |
कृष्णा सोबती जी के प्रमुख सम्मान / Krishna Sobti ji ke pramukh Samman
साहित्य अकादमी सम्मान |
हिंदी अकादमी का शलाका सम्मान |
साहित्य अकादमी की महत्तर सदस्यता सहित अनेक राष्ट्रीय पुरस्कार। |
कृष्णा सोबती के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न / FAQ ABOUT KRISHNA SOBTI
लेखिका का नाम ?
उत्तर:- लेखिका का नाम कृष्णा सोबती है |
Name of the author ?
Ans:- The name of the writer is Krishna Sobti.
कृष्णा सोबती की जन्म कब हुआ था ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती की जन्म 18 जनवरी 1925 को हुआ था |
When was Krishna Sobti born?
Ans:- Krishna Sobti was born on 18 January 1925.
कृष्णा सोबती का जन्म स्थान कहाँ पर हैं ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती का जन्म स्थान गुजरात (पश्चिमी वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था |
Where is the birth place of Krishna Sobti?
Ans:- Krishna Sobti was born in Gujarat (western present Pakistan).
कृष्णा सोबती की माता जी का नाम क्या था ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती की माता जी का नाम श्रीमती दुर्गा देवी था |
What was the name of Krishna Sobti’s mother?
Ans:- Krishna Sobti’s mother’s name was Mrs. Durga Devi.
कृष्णा सोबती के पिता जी का नाम क्या था ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती के पिता जी का नाम श्री दीवान पृथ्वीराज सोबती था|
What was the name of Krishna Sobti’s father?
Ans:- Krishna Sobti’s father’s name was Shri Dewan Prithviraj Sobti.
कृष्णा सोबती के भाई का नाम क्या था ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती के भाई का नाम जगदीश सोबती था |
What was the name of Krishna Sobti’s brother?
Ans:- Krishna Sobti’s brother’s name was Jagdish Sobti.
कृष्णा सोबती के पति का नाम क्या था ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती के पति का नाम शिवनाथ था |
What was the name of Krishna Sobti’s husband?
Ans:- Krishna Sobti’s husband’s name was Shivnath.
कृष्णा सोबती की मृत्यु कब हुई थी ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती की मृत्यु 25 जनवरी 2019 को हुई थी और वह उस समय 94 वर्ष की उम्र की थी |
When did Krishna Sobti die?
Ans:- Krishna Sobti died on 25 January 2019 and she was 94 years old at that time.
कृष्णा सोबती की जीवनकाल कितने वर्ष का था ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती की जीवनकाल 94 वर्ष का रहा है |
How many years was the life span of Krishna Sobti?
Ans:- Krishna Sobti’s life span was 94 years.
कृष्णा सोबती का प्रसिद्ध उपन्यास कौनसा था ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती के प्रसिद्ध उपन्यास जिंदगीनामा, सूरजमुखी अँधेरे के, दिलोंदानिश इत्यादि है |
Which was the famous novel of Krishna Sobti?
Ans:- Krishna Sobti’s famous novels are Zindangama, Surajmukhi Andhere Ke, Dilondanish etc.
कृष्णा सोबती की प्रसिद्ध कहानी संग्रह कौनसा है ?
उत्तर:- कृष्णा सोबती की प्रसिद्ध कहानी संग्रह डार से बिछुड़ी, मित्रो मरजानी, यारों के यार है |
Which is the famous story collection of Krishna Sobti?
Ans:- Krishna Sobti’s famous story collections are Dar Se Bichuri, Mitro Marjaani, Yaaron Ke Yaar.
कृष्णा सोबती को कौन कौन से सम्मान मिले है |
उत्तर:- कृष्णा सोबती को साहित्य अकादमी पुरस्कार (1980),शिरोमणी पुरस्कार (1981),हिन्दी अकादमी पुरस्कार (1982),शलाका पुरस्कार (2000-01),ज्ञानपीठ पुरस्कार (2017) तक आदि सम्मान मिले है |
Which honors has Krishna Sobti received?
Ans:- Krishna Sobti received Sahitya Akademi Award (1980), Shiromani Award (1981), Hindi Academy Award (1982), Shalaka Award (2000-01),He has received other honors up to Jnanpith Award (2017).
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