पशु पक्षियों को आवास व्यवस्था एवं पोषण
(Housing and Nutrition for Cattle and Poultry Birds )
पशु पक्षियों को आवास व्यवस्था एवं पोषण प्रस्तावना –
नमस्कार प्यारे दोस्तों में हूँ, बिनय साहू, आपका हमारे एमपी बोर्ड ब्लॉग पर एक बार फिर से स्वागत करता हूँ । तो दोस्तों बिना समय व्यर्थ किये चलते हैं, आज के आर्टिकल की ओर आज का आर्टिकल बहुत ही रोचक होने वाला है | क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे पशु पक्षियों को आवास व्यवस्था एवं पोषण के बारे में पढ़ेंगे
पशुओं एवं अन्य जंतुओं में अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने हेतु उन्हें उत्तम आवास एवं पोषण प्रदान करना आवश्यक है। पशुधन व पक्षियों को विपरीत मौसम जैसे अधिक ठण्ड, गर्मी एवं वर्षा से बचाने के लिए प्रमुख रूप से दो प्रकार के आवास प्रचलित हैं।
कच्चे आवास ,पक्के आवास
पशु पक्षियों के कच्चे आवास-
ये कम लागत के होते हैं जिन्हें लकड़ी की बल्लियाँ गाड़कर घास-फूंस की छत बनाकर व जमीन पर मिट्टी को समतल करके बनाया जाता है ।
पशु पक्षियों के पक्के आवास-
बड़े पैमाने पर पशुपालन एवं मुर्गीपालन हेतु स्थायी व पक्के आवास बनाए जाते हैं, जिनकी दीवारें पक्की एवं सुविधानुसार जालीदार, फर्श सीमेंट-कांक्रीट का बना होता है ।
एक उत्तम पशुधन एवं मुर्गियों के आवास में निम्नलिखित गुण होने चाहिए
आवास ऊँचाई पर स्थित होना चाहिये ताकि वहां पानी एकत्रित न हो सके। आवास वाले स्थान पर बिजली एवं पानी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
आवास का भूतल ढालू होना चाहिये ताकि उस पर मलमूत्र एकत्रित न हो व पशु को सूखा स्थान प्राप्त हो सके। आवास में स्वच्छ वायु एवं पर्याप्त मात्रा में सूर्य के प्रकाश के आवागमन की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। आवास स्वच्छ एवं जीवाणु रहित होना चाहिए ।