15 नवंबर 2022
यानी बिरसा मुंडा जयंती
10 नवंबर 2021 को भारत सरकार ने 15 नवंबर यानी बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
बिरसा मुण्डा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को एक गरीब परिवार में हुआ था
जो की झारखण्ड के खुटी जिले के उलीहातु गाँव में हुआ था
मुण्डा एक जनजातीय समूह था जो छोटा नागपुर पठार झारखण्ड राज्य का निवासी था
इनके पिता का नाम सुगना पुर्ती (मुंडा) और माता-करमी पुर्ती (मुंडा) था
बिरसा
मुंडा लोगों को अंग्रेजों से मुक्ति पाने के लिये अपना नेतृत्व प्रदान किया
10 नवंबर 2021 को भारत सरकार ने 15 नवंबर यानी बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
अंग्रेजों
ने उन्हें
9 जून 1900 को मात्र 25 वर्ष की आयु में रांची जेल में बंद किया गया बिरसा मुंडा की मृत्यु हो गई।
बिरसा मुंडा
को
रांची जेल में
9 जून 1900 ई को आंग्रेजों द्वारा जहर देकर मर गया